पृथ्वी पर रहने वाली जातिया । अविनाश पाठक



(आर्यावर्त के इतिहास वेदों अनुसार , भागवत गीता कर्मयोग )
तो मानव जाति के 4 कर्म है ब्रह्माण्ड के 3 गुणों के आधार पर 
+ सात्विक,  0 राजसिक,  - तामसिक 

ब्राह्मण कर्म - आध्यात्मिक, शिक्षा, देने वाले 
क्षत्रिय कर्म - जीव रक्षा करने वाले (Spiritual Education)
सेना/ राजनीति करने वाले (army & political)
वैश्य कर्म - व्यापार करने वाले (bussiness sector)
शूद्र कर्म - नौकरी करने वाले .. सबसे बडा सबसे जरुरी 
..(Service sector) भारतीय समाज में चारो सबसे जरुरी है 

अब कुल केवल 3 है
☀️सूर्यवंश - जो दिन में पैदा होते हो 
🌕चंद्रवंश - जो रात में पैदा होते हो 
🌳📚🖋️ब्राह्मण वंश - गुरुकुल , शिक्षा सबसे जरुरी मानी जाती रही है । 

🌍गोत्र केवल 7 है पूरी पृथ्वी पर उनके 115 उपगोत्र फैले है । गोत्र हमे पूर्वजों का इतिहास बताता है । 


अगर तुमने पूरा पड़ा है तो इसमें एक भी भेदभाव बाली बात बताओ, समाज में भेदभाव पैदा करने वाले नीच राक्षस फिलहाल नेता हैं। 










टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

अविनाश पाठक 12 साल R&D 📚 के

विश्व युद्ध कला दिवस। शिव रात्रि | अविनाश पाठक