मेरे जीवन मे अनुशासन का महत्त्व | अविनाश पाठक

मेरे जीवन में अनुशासन का महत्व था है और रहेगा 
कुछ नियम अपने आप आये जैसे 
- मैंने अपने जीवन मे ध्रुव तारा और उगता सूरज 
हर दिन देखा है 
(सुबह 4 बजे जागना) 
- हर दिन मैने अवियोग अभ्यास (युद्ध कला) किया (MMA) 
- गुरु मंत्र कभी नही भूला 🔱 
कुछ बनाये और भी मैंने बनाये 
- डायरी लिखना 2012 और इसी साल से झूठ भी नही बोला 😄 क्योंकि 14 साल के अविनाश को सत्यवादी से ज्यादा अच्छा तागतवर कोई नही लगा। One Vs All world दिमाग मे कभी से है 
- 2015 मौन व्रत साल में 52 ( UHO tour bharat की बजह से बंद है। जब भारत यात्रा पूरी होगी तब करूँगा शपथ 
- 2019 से 52 पुस्तक सालाना पड़ता हूँ हर साल ज्यादा ही हो जाती 100 पेज प्रतिदिन के बजह से 
और इसके अलावा जो तुम करते वो भी करता 😁
- 2020 से प्रतिदिन एक लेख लिखा

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