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Pathak Temple -the Education System of Great Bharat

Para commando  Tranning + Shaolin Discipline को मिलाके एक Martial arts मे सालों से अभ्यास लगा था, फिर एक नाम सोचा सो अवियोगा रख दिया, tranning सेंटर का नाम सो Pathak (जिसका अर्थ पड़ने बाला या सीखने बाला होता है)  बस जन्म हो गया था भारत की धरोहर युद्ध कला को बापस लाने का काम ,  Pathak Temple एक ऐसा school होगा जहाँ किताबे नही रताये जायेगी, बल्कि शास्त्र, शास्त्र, संगीत, नृत्य, आयुर्वेद, कला जैसी 60 कलाएँ जो आज के 60 डिग्री के बराबर है केवल  एक बच्चे को 10-12 साल मे सिखा दी जायेगी,  यहाँ कोई धार्मिक नही ब्लकि नैतिक शिक्षा और भारतीयता को सिखाया जायेगा  शिक्षा का आधार सत्य होना चाहिए, दुनिया भर मे ये स्कूल केवल अच्छे मानव, देंगे दुनिया को।  हम भारत को महान तभी बना सकते है जब वहा के नागरिक एक विकसित मस्तिस्क के मालिक होंगे, 

मानवता की सीख जरूरी है ,

आज हम अच्छे खासे बटते जा रहे है, जातियों के नाम पर सस्थां तक चलती है, फिर अध्यक्ष, और हसी और आती है जब  कोई कहता है फलाना समाज ढिमाका समाज, का कार्यक्रम  मानवता की पहचान पहले हो, द्वितीय स्तर पर गुण, बहुत है किसी की पहचान के लिए और क्या चाहिए ?  वर्ण व्यवस्था को अच्छा खासा समय दिया, अपने मूल अध्यन को थोड़ा छोड़ के, मैने सोचा पहले ढंग से समझ लिया जाय,  वास्तव मे एक भी कमी नही एक भी भेदभाव नही बह कर्म की पहचान हेतु था, और अच्छा लचीलापन था कोई भी, कर्म करके उपर नीचे हो सकता था, पर आज के जड़ बुद्धि जैसे समय के साथ नही सोच पा रही वैसे ही यहाँ के लोग हो गए ,।  में पंडित इसलिए लिखता हूँ क्योकि मैने निर्णय लिया की मानवता को दिशा शिक्षा के द्वारा यही कर्म (bhagwat gita मे श्री कृष्ण ने बताया) वही कर्म करते हुए मुझे दुनिया के विरुद्ध भी जाना पड़े तो न हटने बाला, सत्य से बड़ा कोई धर्म नही, ये लिखने मे भी रोचक है ,  आर्य युग मे शादी के लिए क्या चाहिए होता था?  मानव हो और योग्य हो, (होमो सेपियेन्स, Eligible)  ये वैदिक नियम है (जिसमे 8 प्रकार की शादी बताई गयी ...