Accept Quality of your love one's
मरना सभी को है पर हमने उनके गुणों पर और उनके कर्मों के द्वारा याद करते हैं|
मेरा मानना है अगर आप किसी को दिल से चाहते हैं तो उसके गुणों को अपने मैं आत्मसात कर ले फिर उसे याद करने की जरूरत नहीं क्योंकि वह आपका हिस्सा है जैसे प्रेम करना हर हालत में मैंने मोती से सीखा स्वाभिमान अपने दादा (स्वर्गीय संत प्रभु दयाल पाठक) से सीखा आने वाली पीढ़ियों को अपने पुरखों के गुण विरासत में इसी प्रकार मिलते हैं...
याद करने से अच्छा उनके गुणों को अपने जीवन में उतारें फिर वह आपके साथ रहेंगे
उनकी स्मृति में हर वर्ष एक वृक्ष जरूर लगाएं..
#APlife
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें